कृपालु मनुष्य अपना ही भला करता है, परन्तु जो क्रूर है, वह अपनी ही देह को दुःख देता है l
दुष्ट मिथ्या कमाई कमाता है, परन्तु जो धर्म का बीज बोता, उसको निश्चय फल मिलता है l जो धर्म में दृढ़ रहता, वह जीवन पाता है, परन्तु जो बुराई का पीछा करता, वह मृत्यु का कौर हो जाता है l
जो मन के टेढ़े हैं, उन से यहोवा को घृणा आती है, परन्तु वह खरी चालवालों से प्रसन्न रहता है l मैं दृढ़ता के साथ कहता हूँ, बुरा मनुष्य निर्दोष न ठहरेगा, परन्तु धर्मी का वंश बचाया जाएगा l
जो सुन्दर स्त्री विवेक नहीं रखती, वह थूथन में सोने की नथ पहिने हुए सूअर के समान है l धर्मियों की लालसा तो केवल भलाई की होती है; परन्तु दुष्टों की आशा का फल क्रोध ही होता है l
ऐसे हैं, जो छितरा देते हैं, तौभी उनकी बढ़ती ही होती है; और ऐसे भी हैं जो यथार्थ से कम देते हैं, और इस से उनकी घटी ही होती है l 25 उदार प्राणी हृष्ट पुष्ट हो जाता है, और जो दूसरों की खेती सींचता है, उसकी भी सींची जाएगी l.~नीतिवचन 11:17
क्रिसमस से कुछ ही दिन पहले की बात है कि मेरी पत्नी कैरी बाज़ार में चेकआउट लाइन में खड़ी थी l उसके सामना एक युवा माँ ध्यान से अपने कार्ट(गाड़ी) की सामग्री का मूल्यांकन कर रही थी और धीरे-धीरे एक-एक करके सामान अलग कर रही थी l कैरी की आरंभिक अधीरता दया में बदल गयी क्योंकि उसने हटाए गए सामानों के बढ़ते ढेर निरीक्षण किया और महसूस किया कि महिला के पास उन्हें खरीदने के लिए पर्याप्त पैसे नहीं थे l
“मैं उनके लिए भुगतान करना चाहूंगी,” उसने दूकानदार से कहा l युवा माँ ने आश्चर्य से देखा : “ये बहुत अधिक है!” उसने कहा l कैरी ने, परमेश्वर के प्रेम से प्रेरित होकर और यह याद करते हुए कि कैसे मीलों दूर एक अजनबी ने मुश्किल समय में उनकी बेटी के लिए किराने का सामान ख़रीदा था, मुस्कुराते हुए उत्तर दिया, “क्रिसमस की शुभकामनाएं l” दोनों आँखों में आँसू लिए दूकान से निकल गए l
क्रिसमस हमारे घर में परमेश्वर की दया और उदारता के बारे में एक नयी जागरूकता के साथ उसके पुत्र के द्वारा जल्दी आया l सुलैमान ने नीतिवचन में उन लोगों के बारे में लिखा जो उदार हैं : “उदार प्राणी हृष्ट पुष्ट हो जाता है, और जो दूसरों की खेती सींचता है, उसकी भी सींची जाएगी” (11:25) l बाद के दिनों में हम इस नयी समझ से तरोताजा हो गए थे कि कैसे परमेश्वर ने हमारी सबसे बड़ी ज़रूरत─एक उद्धारकर्ता के लिए हमारी ज़रूरत─को पूरा किया था और कैसे उसका प्रेम अप्रत्याशित रूप से हमारे हृदयों से दूसरों की ज़रूरत में बह सकता है l
दयालुता संक्रामक है! यीशु ने हमारे लिए जो किया है, उसके कारण परमेश्वर हमें दूसरों के जीवन में उदार, व्यवहारिक बदलाव लाने की अनुग्रह दे l
-जेम्स बैंक्स
आप अपने आस-पास कौन से तात्कालिक ज़रूरतें देखते हैं? आप परमेश्वर के अनुग्रह को कैसे साझा कर सकते हैं?
धन्यवाद, पिता, मेरी आवश्यकता को देखने और अपने पुत्र को भेजने के लिए l कृपया दूसरों की उदारतापूर्वक सहायता करके आपके प्रेम अनुसार कार्य करने में मेरी सहायता करें l